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अलर्ट! बैंक मार्च 2020 अवकाश वा स्ट्राइक के कारण आठ दिनों के लिए बंद रहेंगे।

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अपने महत्वपूर्ण काम पहले से निपटा लें, क्योंकि मार्च में लगातार आठ दिनों तक बैंक बंद रहेंगे

त्योहारों की छुट्टी और हड़ताल के कारण 8 से 15 मार्च तक बैंक शाखाएं नहीं खोली जाएंगी, इन दिनों लेनदेन प्रभावित होगा

हमें मार्च में नकदी संकट से निपटना पड़ सकता है, क्योंकि बैंक लगातार आठ दिनों तक बंद रहने वाले हैं। जमा-निकासी, चेक-डीडी, आरटीजीएस, एनईएफटी जैसे कार्य प्रभावित होंगे। इस मामले में, पहले से तैयार हो जाओ।

8 से 15 मार्च तक बैंक बंद रहेंगे। इसमें 8 मार्च को रविवार, नौ को हजरत अली का जन्मदिन, 10 को होली, 11 को 12 और 13 को बैंकर्स की हड़ताल, 14 को दूसरा शनिवार और 15 को रविवार है।

  • मार्च में लगातार आठ दिनों तक बैंक बंद रह सकते हैं
  • 8 मार्च को रविवार की छुट्टी है, जबकि 9 और 10 मार्च को होली की छुट्टी है
  • बैंक कर्मी 11, 12 और 13 मार्च को हड़ताल पर जा सकते हैं

इसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। करोड़ों रुपये के चेक अटक सकते हैं। ऋण संवितरण जैसी विभिन्न सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। नकद जमा और निकासी संभव नहीं होगा।

लंबे समय तक बैंक बंद रहने से एटीएम में धन की कमी हो सकती है। हालांकि, डिजिटल लेनदेन करने वालों के लिए यह ज्यादा समस्या नहीं है, क्योंकि नकदी संकट के कारण होली के रंग फीके नहीं पड़ते, इसलिए जरूरी काम पहले ही कर लें।

ये मुख्य मांगें हैं

इन बैंक कर्मचारियों की मांग है कि वेतन को हर पांच साल में संशोधित किया जाए। वेतन 2012 में अंतिम बार संशोधित किया गया था। अगली बार यह 2017 में होना चाहिए था, लेकिन यह अभी तक नहीं हुआ है। इसके अलावा, बैंक यूनियन की मांग है कि सप्ताह में दो दिन छुट्टी हो। बैंक संघ चाहता है कि विशेष भत्ते को मूल वेतन के साथ जोड़ा जाए, नई पेंशन योजना को समाप्त किया जाए और परिवार पेंशन योजना में सुधार किया जाए।

आगरा में ज्वाइंट फोरम ऑफ बैंक एसोसिएशंस (UFBU) के अधिकारी अमरदीप कौशिक के अनुसार, इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने वेतन में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव दिया है, जो स्वीकार्य नहीं है।

वेतन संशोधन को लेकर इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के साथ वार्ता विफल होने के बाद बैंक कर्मचारी 11 से 13 मार्च तक तीन दिन तक हड़ताल पर रहेंगे।

बैंक यूनियन की मांग है कि वेतन में कम से कम 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए, बैंकों में पांच दिन का कार्यदिवस, मूल वेतन में विशेष भत्ते का विलय, एनपीएस को समाप्त करने, पेंशन अपडेशन आदि।