जब भी हमें कुछ नया जानना हो या सीखना हो या फिर ढूंढना हो हम गूगल का सहारा लेते हैं इस समय भारत में 65 करोड़ से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स है जो गूगल पर कुछ न कुछ सर्च करते रहते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि गूगल सर्च पर कभी कभी हम कुछ ऐसी चीजें भी सर्च कर लेते हैं जिसकी वजह से हमें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में जिन्हें भूलकर भी गूगल पर सर्च न करें वरना आपको लेने के लेने के देने पड़ सकते हैं।
कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर
पिछले एक दो दशक दशक से कस्टमर केयर काफी लोकप्रिय हो चला है हम कोई भी प्रोडक्ट इस्तेमाल कर रहे होते है और उसमें किसी भी तरह की परेशानी आने पर हम सीधे कस्टमर केयर को कॉल करने की सोचते हैं हमें कई बार किसी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर पता नहीं होता है ऐसे में हम गूगल सर्च का सहारा लेते हैं लेकिन गूगल पर किसी भी कस्टमर केयर का नंबर सर्च करना नुकसानदायक साबित हो सकता है साइबर क्राइम को बढ़ावा देने वाले हैकर्स किसी भी कंपनी का फेक या फर्जी हेल्पलाइन फर्जी हेल्पलाइन नंबर गूगल सर्च पर डाल देते हैं ऐसे में जब आप उस नंबर पर कॉल करेंगे तो आपका नंबर है कर्ज के पास पहुंच जाता है उसके बाद हैकर्स नंबर पर कॉल करके साइबर क्राइम को अंजाम दे सकते हैं।
मेडिकल प्रिसक्रिप्शन
अक्सर बीमार पड़ने पर डॉक्टर से कंसल्ट नहीं करते हैं और गूगल पर बीमारी के लक्षण के आधार पर दवाई पर दवाई सर्च करते हैं यह तरीका नुकसानदायक हो सकता है गूगल आपको सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं कराता है उस पर वही जानकारी उपलब्ध होती है जो दर्ज की जाती है।
सरकारी वेबसाइट
सरकारी वेबसाइट इन दिनों हैकर्स सरकारी वेबसाइट और पोर्टल का डुप्लीकेट वेबसाइट भी प्रमोट करने लगे हैं कई यूजर्स इन फर्जी वेबसाइट के शिकार हो सकते हैं सरकारी वेबसाइट के अंत में जीओवी एनआईसी (gov.nic) जरूर होता है वेब एड्रेस को देखकर को देखकर ही किसी भी सरकारी वेबसाइट को ओपन करे।
ऑनलाइन बैंकिंग सेवा
आजकल डिजिटल ट्रांजैक्शन का चलन काफी बढ़ गया है ऐसे में अगर किसी भी तरह की बैंकिंग सर्विस का इस्तेमाल करना होता है तो वह काम ऑनलाइन ही करते हैं ऐसे में कई बार होता है कि बैंक की वेबसाइट गूगल पर सर्च करते हैं हैकर्स गलत कस्टमर केयर नंबर की तरह ही गलत यूआरएल डालकर असली वेबसाइट का क्लोन बना सकते हैं ऐसे में आपको जब भी ऑनलाइन बैंकिंग सर्विस का इस्तेमाल करना हो तो बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट का यूआरएल ही एंटर करें ऑफिशियल यूआरएल बैंक के डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड पासबुक या फिर चेक बुक पर दर्ज होता है वहां दिए गए बैंक के ऑफिशियल वेबसाइट के यूआरएल का ही इस्तेमाल करके आप बैंकिंग सर्विस का इस्तेमाल करे।